(30 मई 2020)जबलपुर- कोरोना महामारी के इस संक्रमण काल में देश का अन्नदाता किसान जहां अन्न भंडार भरने में कड़ा परिश्रम कर रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना महामारी से पीड़ित जनों के लिये रक्तदान में भी पीछे नहीं है। तपती गर्मी में किसानों के द्वारा 101 यूनिट रक्तदान इसका सजीव प्रमाण है। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रांत प्रचारक प्रवीण गुप्त ने श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी जनशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य पर भारतीय किसान संघ जबलपुर के द्वारा पाटन में आयोजित रक्तदान व रक्त परीक्षण शिविर के अवसर पर व्यक्त किये। श्री गुप्त ने आगे कहा कि किसान के परिश्रम के कारण ही आज हम कोरोना जैसी आपदा के समय में समाज के हर वर्ग को भरपेट भोजन उपलब्ध कराने में सफल हुये हैं। हमारे पास चिकित्सा के साधनों की कमी हो सकती है लेकिन अन्न के भंडारों की कमी नहीं हैं। जिसके लिये हमारे देश का देवतुल्य किसान साधुवाद का हकदार है। 
पाटन विधायक अजय विश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि पाटन क्षेत्र का किसान गरीब जनों के लिये पांच सौ क्विंटल अन्न का दान कर चुका है और आज भीषण गर्मी में रक्तदान कर रहा है। धन्य है यह भूमि जिसने ऐसे किसान पुत्र पैदा किये हैं। पाटन के सामुदायिक भवन में आयोजित रक्तदान व रक्त परीक्षण शिविर में सेवा भारती महाकोशल प्रांत, इंडियन रेडक्रास सोसाइटी जबलपुर, योगमणि ट्र्स्ट व राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के स्वंयसेवकों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। कृषि विभाग की अनुविभागीय अधिकारी इंदिरा त्रिपाठी ने भी रक्तदान कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।