भारतीय किसान संघ मेरठ प्रान्त व उत्तम खेती संस्थान के संयुक्त कार्यक्रम द्विदिवसीय गौ आधारित जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 2-3 अक्टूबर 2021 को अग्रवाल धर्मशाला थाना भवन जनपद शामली में अखिल भारतीय सह-जैविक प्रमुख नीलकंठ की उपाधि से सुशोभित आ0 ठाकुर धर्मपाल जी के मार्गदर्शन में किया गया।

श्रीमान धर्मपाल जी व जैविक प्रशिक्षको द्वारा मेरठ प्रांत सहित देश के विभिन्न प्रान्तों से आये सैंकड़ों किसानों को गौआधारित जैविक खेती करने,भूमि सुपोषण,प्रकृति
पर्यायवरण,प्रसंस्करण,विपणन आदि विषयों पर किसानों को प्रशिक्षण दिया व बाजार में अपने उत्पाद की बिक्री और माँग के लिये बाजार की उपलब्धता की जानकारी प्रदान की गई।

मुख्य अतिथि द्विप्रदेशिय संगठन मंत्री श्री शिवकांत दीक्षित ने समापन सत्र में किसानों से अपने उद्बोधन के प्रारम्भ करते हुए कहा कि –

कोई चलता पद चिन्हों पर कोई पद चिन्ह बनाता है।
बस वही सूरमा वीर पुरुष,दुनिया में पूजा जाता है। ।
देता संघर्षों को न्योता,मानवता की खातिर जग में,
ठोकर से करता दूर सदा,जो भी बाधा आती मग में
जो दान रक्त का देकर भी,अपना कर्तव्य निभाता है
बस वही सूरमा वीर पुरुष,दुनिया में पूजा जाता है।

ऐसे देवतुल्य किसान को मैं प्रणाम करता हूँ और कहा कि सब लोग अपना अपना परिचय देते है कि मैं एक डॉक्टर, हूँ इंजीनियर हूँ वैज्ञानिक हूँ आदि आदि ये इंजीनियर,वैज्ञानिक बनने के लिये इनको किसी ना किसी विश्वविद्यालय में शिक्षा लेने पड़ी होगी लेकिन किसान एक ऐसा वैज्ञानिक है जो बिना किसी विश्वविद्यालय गए यह जनता है कि उसको कौन सी फसल किस नक्षत्र में किस दिशा में किस समय बोनी किस समय खाद्य पानी देना है हो सकता है वह अंग्रेजी भी नही जानता हो ओर हो सकता कि वह हिंदी भी पढ़ना नही जानता हो वह सिर्फ और सिर्फ कृषि वैज्ञानिक किसान ही है और अर्थ की चिंता किये बैगर देश के भरण पोषण के अपने परिश्रम से उत्पादन करता रहता है तो इसलिये देश वासियों को किसान का सम्मान करना चाहिये व उसके संम्मान के कार्यक्रम करने चाहिये।

इस देश में 70%किसान है जो अधिकतर सरकार की योजनाओं पर ही निर्भर रहते जब तक किसान स्वयं को उद्दमी बनाने पर ध्यान नही देगा तब तक किसान की आय नही बढ़ पाएगी।किसानों के उत्पाद को कंपनियां उत्पाद की गुणवक्ता आकार श्रेणी आदि के अनुसार प्रसंस्करण कर हमारे ही 20 रुपये किलो के गेँहू को दलिया बनाकर बाजार के माध्यम से 60-80 रुपये किलो का विपणन कर बिक्री कर देता है आज किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिये इस प्रकार के प्रयोग करने पड़ेंगे, इस प्रकार के व अनेक प्रकार उत्पाद तैयार करने के लिये कम कीमत के अच्छे यंत्र उपलब्ध है और भारतीय किसान संघ गौ-आधारित खेती करने व प्रसंस्करण का प्रशिक्षण देने ,विपणन हेतु मंडी उपलब्ध कराने का निरन्तर निशुल्क कर रहा है।

इन सब बातों का ध्यान रखते हुए भारत माता की जय के साथ साथ हमे एक नारा और बुलन्द करना होगा जिससे देश मे किसानों के प्रति आदर का भाव विकशित होगा और वह नारा है:- माई कल्चर इज माई एग्रीकल्चर